Thursday, March 5, 2009

ਤੇਜੇਂਦਰ ਸ਼ਰਮਾ


Tejinder Sharma
General Secretary – Katha (UK)
74-A, Palmerston Road
Harrow & Wealdstone
Middlesex HA3 7RW
Tel: 020-8930-7778
Mob: 07868738403
तेजेंद्र शर्मा

जन्म: 21 अक्तूबर 1952 (जगरावाँ - पंजाब) भारत।

शिक्षा : एम. ए. अंग्रेज़ी (दिल्ली विश्वविद्यालय)

समकालीन कथा साहित्य में तेजेंद्र शर्मा एक चर्चित नाम है। तेजेंद्र शर्मा की कहानियाँ उनके सजग साहित्यकार होने का प्रमाण है। वे परिवेश में से पात्र चुन लेते हैं जो पन्नों पर उनकी लड़ाई लड़ते हैं। विषय वैविध्य और विषयों की सामायिकता तेजेंद्र शर्मा की कहानियों की अन्य विशेषताएँ है। कथा साहित्य में शिल्प एवं शैली के स्तर पर जो परिवर्तन हुए हैं, उनकी झलक तेजेंद्र शर्मा की कहानियों में देखने को मिलती है। उन्होंने दूरदर्शन के लिए 'शांति' धारावाहिक का लेखन किया है, अन्नु कपूर निर्देशित फ़िल्म 'अमय' में नाना पाटेकर के साथ अभिनय किया है तथा वे हिंदी साहित्य के एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय सम्मान 'अंतर्राष्ट्रीय इंदु शर्मा कथा सम्मान' प्रदान करनेवाली संस्था 'कथा यू. के.' के सचिव हैं।

प्रकाशित कृतियाँ :
तेजेंद्र शर्मा के काला सागर (1990) ढिबरी टाईट(1994), देह की कीमत(1999) यह क्या हो गया(2003), पासपोर्ट के रंग (2006) और बेघर आंखें (2007) नाम से छे कहानी संग्रह तथा ये घर तुम्हारा है... (2007) नाम से एक कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। ढिबरी टाइट नाम से पंजाबी, इँटों का जंगल नाम से उर्दू तथा पासपोर्ट का रंगहरू नाम से नेपाली में उनकी अनूदित कहानियों के संग्रह प्रकाशित हुए हैं। उन्होंने तीन अँग्रेज़ी पुस्तकें भी लिखी हैं। वे इंग्लैंड से प्रकाशित होने वाली पत्रिका पुरवाई का भी दो वर्ष तक संपादन कर चुके हैं।

पुरस्कार / सम्मान:
1.ढिबरी टाइट के लिये महाराष्ट्र राज्य साहित्य अकादमी पुरस्कार - 1995 (प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के हाथों।)
2.सहयोग फ़ाउंडेशन का युवा साहित्यकार पुरस्कार - 1998
3.सुपथगा सम्मान -1987
4.कृति यू.के. द्वारा वर्ष 2002 के लिये "बेघर आँखें" को सर्वश्रेष्ठ कहानी का पुरस्कार
5.प्रथम संकल्प साहित्य सम्मान – दिल्ली (2007)
6.तितली बाल पत्रिका का साहित्य सम्मान – बरेली (2007)
7.भारतीय उच्चायोग द्वारा डॉ. हरिवंशराय बच्चन सम्मान (2008)

संप्रति : लंदन के ओवरग्राउण्ड रेलवे में कार्यरत।
संपर्क : kahanikar@hotmail.com

ਸਤਿਕਾਰਤ ਪਾਠਕ ਜੀਓ, ਜਲਦੀ ਹੀ ਇੱਥੇ ਪ੍ਰਵਾਸੀ ਕਹਾਣੀਕਾਰ ਤੇਜੇਂਦਰ ਸ਼ਰਮਾ ਦੀਆਂ ਮੁਸਤਕਿਲ ਤਹਿਰੀਰਾਂ ਵਿਚੋਂ ਕੁਝ ਕੁ ਦਾ ਅਨੁਵਾਦ ਤੁਹਾਡੀ ਨਜ਼ਰ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ---ਅਨੁ.

1 comment:

  1. Tejendra ji, doondhte doondhte aap tak aa hi paunchi....Vijay sampatti ke blog pr aapke cont aate rehte hain pr aapse sampark ka koi zriya n tha aaj Tandeep ji ne aarsi me meri rachnayen dal kr aap tak pahucha hi diya...aapki dibri tite bhi padhi aur bhi kai rachnayen ...aapki khaniyan to lajwab kr deti hain ...yhan assam ki ek mahila aap se mil kr bhi aayi hai Pinki Chakarvarti...sayad aapko yaad ho...? khusi hogi agar sampark bnaye rakhenge...!!

    ReplyDelete